गीता की सीख जिंदगी को आसान बनाएं |Geeta Ka updesh kya hai

 श्रीमद्भगवद्गीता, जिसे हम गीता कहते हैं, एक बहुत पुरानी और प्यारी किताब है। यह महाभारत की कहानी का हिस्सा है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिंदगी की बातें समझाई थीं। यह किताब हमें डर से निकालकर हिम्मत देती है। इसे हम अपने वेबसाइट पर आसान शब्दों में समझते हैं!


अर्जुन की परेशानी -कुरुक्षेत्र में युद्ध होने वाला था। अर्जुन को अपने ही परिवार और दोस्तों से लड़ना था। वह डर गया और सोचने लगा कि यह ठीक है या गलत। तब श्रीकृष्ण ने उसे समझाया। गीता हमें सिखाती है कि मुश्किल वक्त में सोचना अच्छा है, लेकिन डरकर रुकना नहीं चाहिए।



आत्मा कभी नहीं मरती - कृष्ण ने कहा, "अर्जुन, शरीर तो कपड़े की तरह है। पुराना हो जाए तो बदल जाता है। लेकिन आत्मा हमेशा रहती है।" जैसे हम पुरानी शर्ट फेंककर नई पहनते हैं, वैसे ही आत्मा नया शरीर लेती है। इसका मतलब है कि छोटी बातों से घबराना नहीं चाहिए। बच्चे समझें—खिलौना टूटे तो नया मिलेगा। बूढ़े समझें—जिंदगी चलती रहती है।



काम करो, चिंता मत करो -कृष्ण बोले, "अर्जुन, तू अपना काम कर। नतीजा मेरे ऊपर छोड़ दे।" जैसे बच्चा स्कूल में मेहनत करे, पर यह न सोचे कि नंबर आएंगे या नहीं। या जैसे किसान खेत में बीज बोए, पर बारिश की चिंता न करे। यह बात हमें सिखाती है कि जो हमारे हाथ में है, वो करो। बाकी अपने आप होगा।



मन को शांत रखो -कृष्ण ने कहा कि हमारा मन बहुत तेज भागता है। कभी खुश, कभी उदास। इसे काबू में रखना चाहिए। जैसे घोड़े को रस्सी से बांधते हैं, वैसे मन को अच्छे विचारों से बांधो। रोज थोड़ा चुप बैठो, अच्छा सोचो। बच्चे इसे खेल से समझें—ध्यान लगाओ तो गोल हो जाता है। बूढ़े इसे शांति से जोड़ें।



सबमें भगवान है -कृष्ण बोले, "हर इंसान में, हर जानवर में मैं हूँ।" मतलब सबके साथ प्यार से रहो। जैसे सूरज सबको रोशनी देता है, वैसे हम भी सबके दोस्त बनें। बच्चे इसे ऐसे लें !सबके साथ खेलो, झगड़ा मत करो। बूढ़ों के लिए—पुरानी नाराजगी भूल जाओ।



भगवान को याद करो -कृष्ण ने कहा कि भगवान तक पहुंचना आसान है। बस दिल से उनको बुलाओ। मंदिर जाना जरूरी नहीं। जैसे बच्चा माँ को पुकारता है, वैसे भगवान को याद करो। बूढ़े घर बैठे मन से प्रार्थना करें। गीता कहती है—सच्चे दिल से माँगो, मिलेगा।



सुख-दुख में एक जैसे रहो -कृष्ण बोले, "जो सुख में न बहुत खुश हो, न दुख में रोए, वही समझदार है।" जैसे पेड़ बारिश-धूप में खड़ा रहता है, वैसे हमें हर हाल में हिम्मत रखनी है। बच्चे समझें—खेल हारे तो अगली बार जीतो। बूढ़े सोचें—उम्र ढल रही है, पर मन मजबूत रखो।


गीता का मतलब -गीता हमें डर से निकालती है। यह कहती है—जिंदगी में मुश्किलें आएंगी, पर हार मत मानो। अपना काम करो, मन शांत रखो और भगवान पर भरोसा करो। यह कोई मुश्किल नियम नहीं देती। बस जिंदगी को आसान बनाती है।


आज की जिंदगी में गीता -आज बच्चे पढ़ाई की चिंता करते हैं, बड़े नौकरी की। गीता कहती है—चिंता मत करो। जो कर सकते हो, करो। बाकी भगवान देख लेंगे। यह हमें खुश रहना सिखाती है। जैसे सुबह सूरज नई रोशनी लाता है, वैसे गीता नई उम्मीद देती है।



गीता हमारा दोस्त है। यह कहती है—खुद को कमजोर मत समझो। मुश्किलों से डरो मत। बच्चों को हिम्मत देती है, बूढ़ों को शांति। इसे समझने के लिए बड़ा जानकार होना जरूरी नहीं। बस इसे दिल से अपनाओ। कृष्ण का यह संदेश सबके लिए है—अपना काम करो, अच्छे बनो और भगवान को साथ रखो। इसे आजमाओ, जिंदगी आसान हो जाएगी।


गीता की सीख जिंदगी को आसान बनाएं |Geeta Ka updesh kya hai गीता की सीख जिंदगी को आसान बनाएं |Geeta Ka updesh kya hai Reviewed by Health gyandeep on मार्च 27, 2025 Rating: 5
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