हैलो दोस्तों! आज हम बात करेंगे जम्मू-कश्मीर में हुए एक दुखद हमले की और भारत के उस बड़े कदम की, जो हर किसी के लिए समझना जरूरी है। तो चलिए, शुरू करते हैं !
*जम्मू-कश्मीर में क्या हुआ?
Jammu Kashmir attack- 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक बहुत बुरा आतंकी हमला हुआ। पहलगाम एक खूबसूरत जगह है, जहां लोग घूमने आते हैं। वहां बाइसारन घाटी में कुछ आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियां चला दीं। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें 25 भारतीय और 1 नेपाली थे। 17 लोग घायल भी हुए। ये हमला बहुत बड़ा था, और इसे पिछले कई सालों में सबसे खतरनाक माना जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी एक आतंकी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली, जो पाकिस्तान से जुड़ा है।
*भारत ने क्या किया?
इस हमले के बाद भारत सरकार ने तुरंत सख्त कदम उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अप्रैल को एक बड़ी बैठक बुलाई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल शामिल थे। इस बैठक में कई बड़े फैसले हुए। आइए, इन्हें आसान भाषा में समझते हैं!
1. पानी का समझौता बंद: भारत और पाकिस्तान के बीच एक पुराना समझौता था, जिसके तहत भारत अपनी नदियों का पानी पाकिस्तान को देता था। अब भारत ने ये पानी देना बंद कर दिया। इससे पाकिस्तान को पानी की बहुत दिक्कत होगी।
2. वाघा बॉर्डर बंद: आपने वाघा बॉर्डर देखा होगा, जहां सैनिक परेड करते हैं। अब भारत ने इस बॉर्डर को पूरी तरह बंद कर दिया। यानी, अब कोई सामान या लोग वहां से नहीं जा सकेंगे।
3. पाकिस्तानी लोगों पर रोक: भारत ने कहा कि अब कोई पाकिस्तानी भारत में नहीं आ सकता। जो पहले से हैं, उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ना होगा।
4. पाकिस्तानी दूतावास छोटा किया: भारत ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपने दिल्ली दूतावास के कर्मचारियों की संख्या कम करे। भारत ने भी अपने कर्मचारियों को पाकिस्तान से वापस बुला लिया।
5. पाकिस्तानी सलाहकारों को निकाला: भारत में कुछ पाकिस्तानी सेना के लोग थे। भारत ने उन्हें देश छोड़ने को कहा।
* सर्वदलीय बैठक और कश्मीर का माहौल !
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई। इसमें हर पार्टी के नेता आए। उमर ने कहा कि ये हमला आम लोगों पर हुआ, जो बहुत दुखद है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में बंद बुलाया और लोगों से एकजुट होने को कहा।
जम्मू में लोग सड़कों पर निकले और पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। कुछ ने पाकिस्तान का पुतला जलाया। बीजेपी और अन्य संगठनों ने बड़ा प्रदर्शन किया। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरे, लेकिन उनकी पुलिस से बहस हो गई।
*आतंकियों का पता कैसे चला?
पुलिस और सेना ने जांच की तो पता चला कि हमले में 7 आतंकी थे। इनमें 4-5 पाकिस्तान से आए थे, और 2 कश्मीरी थे। आतंकियों ने कैमरे पहने थे, शायद हमले को रिकॉर्ड करने के लिए। हमले का मुख्य आतंकी सैफुल्लाह कसूरी है, जो पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। आतंकी पहाड़ों में भाग गए हैं। सेना और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस ने तीन आतंकियों के चित्र जारी किए और उनकी जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने का वादा किया।
* भारत अब क्या करेगा?
इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया है। कुछ लोग कह रहे हैं कि भारत अब सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कुछ कर सकता है, जैसा पहले उरी और पुलवामा के बाद किया था। लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि भारत को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए।
* पाकिस्तान ने क्या कहा?
पाकिस्तान ने हमले पर दुख जताया, लेकिन कहा कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं। भारत का कहना है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख के कुछ बयानों ने भी भारत को गुस्सा दिलाया है।
* लोग क्यों गुस्से में हैं?
इस हमले से पूरा भारत गुस्से में है। क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि आतंकियों को सजा मिलनी चाहिए। कुछ लोग कह रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। सोशल मीडिया पर लोग पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं।
* आगे क्या होगा?
ये हमला सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में बड़ा बदलाव ला सकता है। भारत ने साफ कर दिया कि वह आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। लेकिन हमें शांति की भी उम्मीद रखनी चाहिए।
