good friday 2025 :यह दिन प्रभु यीशु मसीह के बलिदान और उनके प्राण त्यागने की याद में मनाया जाता है। आखिर क्यों...
Good friday 2025- जिसे हिंदी में "शुभ शुक्रवार" भी कहा जाता है, ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण और पवित्र दिन है। यह दिन प्रभु यीशु मसीह के बलिदान और उनके क्रूस पर प्राण त्यागने की याद में मनाया जाता है। साल 2025 में, गुड फ्राइडे 18 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह दिन केवल ईसाइयों के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस इंसान के लिए खास है जो प्रेम, करुणा और त्याग की भावना को समझता है। हम गुड फ्राइडे के महत्व, इसकी कहानी, और इसे मनाने के तरीकों को सरल और अनोखे अंदाज अपने वेबसाइट पर जानेंगे!
* good friday 2025 : यह दिन क्यों खास है?
गुड फ्राइडे का नाम सुनकर कई बार लोग सोचते हैं, यह तो दुख का दिन है, फिर इसे 'गुड' क्यों कहते हैं?" इसका जवाब बहुत सुंदर है। यह दिन इसलिए "गुड" है क्योंकि यीशु मसीह ने इस दिन अपने प्रेम और बलिदान से पूरी दुनिया को पापों से मुक्ति का रास्ता दिखाया। उन्होंने क्रूस पर अपनी जान दी ताकि इंसानों के गलत कामों का बोझ हल्का हो और सभी को प्रेम और शांति का संदेश मिले।
बच्चों के लिए इसे ऐसे समझें, जैसे कोई दोस्त तुम्हें बचाने के लिए अपनी सबसे प्यारी चीज दे दे, वैसे ही यीशु ने सबके लिए अपनी जान दी। यह दिन हमें सिखाता है कि दूसरों की मदद करना और प्यार बांटना कितना जरूरी है।
*यीशु मसीह की कहानी!
लगभग दो हजार साल पहले, यीशु मसीह नाम के एक महान इंसान ने दुनिया को प्रेम और सच्चाई का रास्ता दिखाया। वे लोगों को सिखाते थे कि एक-दूसरे से प्यार करो, झूठ और बुराई से दूर रहो, और हमेशा अच्छे काम करो। लेकिन कुछ लोग उनकी बातों से खुश नहीं थे। उन्होंने यीशु को पकड़ लिया और उन्हें सजा देने का फैसला किया।
गुड फ्राइडे के दिन, यीशु को क्रूस (एक बड़ा लकड़ी का ढांचा) पर लटकाया गया। उस समय यह सबसे दर्दनाक सजा थी। यीशु ने बहुत दुख सहा, लेकिन उन्होंने कभी किसी को बुरा नहीं कहा। बल्कि, उन्होंने अपने दुश्मनों के लिए भी प्रार्थना की और कहा, "हे ईश्वर, इन्हें माफ कर, ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।" इस बलिदान ने दुनिया को दिखाया कि सच्चा प्यार क्या होता है।
