कभी सुना है कि Desi ghee khane ke fayde हो सकता है? नहीं ना! तो चलिए, मैं आपको ले चलता हूँ एक छोटे से गाँव ‘सुखपुर’ की गलियों में, जहाँ हर घर की रसोई में देसी घी की खुशबू बस्ती थी। यह नन्ही सी रिया की, जो अपनी दादी माँ के साथ रहती थी। रिया को दादी की बनाई रोटी बहुत पसंद थी, खासकर जब उस पर देसी घी की पतली सी परत चमकती थी। एक दिन रिया ने पूछा, दादी, ये देसी घी इतना खास क्यों है? सब कहते हैं ये सेहत के लिए अच्छा है।
दादी ने मुस्कुराते हुए कहा, बेटा, देसी घी सिर्फ़ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता, ये तो सेहत का खजाना है। आओ, मैं तुझे हम अपने वेबसाइट पर बताती हूँ इसके फायदे, ऐसे कि तुझे लगे ये कोई औषधि है। और फिर शुरू हुई देसी घी की फायदा, जिसे सुनकर रिया की आँखें चमक उठीं।
•देसी घी क्या है?
Desi ghee khane ke fayde- जिसे हम प्यार से ‘शुद्ध घी’ भी कहते हैं, मक्खन को धीमी आँच पर पकाकर बनाया जाता है। ये भारत की रसोई का वो हीरा है, जो सदियों से हमारी थाली का हिस्सा रहा है। इसमें वो खास गुण हैं, जो बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सबके लिए फायदेमंद हैं। दादी ने रिया को बताया, घी में अच्छे फैट्स, विटामिन A, D, E, और K होते हैं, जो हमारे शरीर को ताकत देते हैं।
•क्यों है देसी घी खाने के फायदे?
रिया को अक्सर पेट में गड़बड़ की शिकायत रहती थी। दादी ने बताया, घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो पाचन को दुरुस्त करता है। अगर खाना पचता नहीं, तो एक चम्मच घी खाने में डाल लो, पेट हल्का हो जाएगा। रिया ने जब रोटी के साथ घी खाना शुरू किया, तो उसका पेट सचमुच शांत रहने लगा।
रिया स्कूल में पढ़ाई में थोड़ा कमजोर थी। दादी ने हँसते हुए कहा, घी दिमाग को तेल लगाता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो दिमाग को तेज करता है। रिया ने रोज़ सुबह एक चम्मच घी के साथ बादाम खाना शुरू किया, और कुछ ही महीनों में उसकी याददाश्त और पढ़ाई में सुधार होने लगा।
गाँव में दादी की सहेली शांति काकी को जोड़ों का दर्द रहता था। दादी ने उन्हें सलाह दी, घी में विटामिन D और कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। काकी ने जब खाने में घी बढ़ाया और उससे मालिश भी शुरू की, तो उनका दर्द कम होने लगा। रिया को ये सुनकर बड़ा मज़ा आया कि घी खाने और लगाने, दोनों में कमाल करता है!
रिया की मम्मी को अपनी रूखी त्वचा की शिकायत थी। दादी ने बताया, घी त्वचा को अंदर से पोषण देता है और उसे मुलायम बनाता है। मम्मी ने जब घी से बनी खीर और सब्जियाँ खानी शुरू कीं, तो उनकी त्वचा में निखार आ गया। रिया ने भी घी से अपने बालों की मालिश की, और उसके बाल चमकने लगे।
गाँव में सर्दियों में बच्चों को सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाता था। दादी ने रिया को बताया, घी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं। रिया ने जब हल्दी दूध में एक चुटकी घी मिलाकर पीना शुरू किया, तो उसका जुकाम कम होने लगा।
रिया के पापा को कोलेस्ट्रॉल की चिंता रहती थी। दादी ने समझाया, थोड़ा सा देसी घी दिल के लिए अच्छा है। ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और बुरे को कम करता है। पापा ने जब घी को संतुलित मात्रा में खाना शुरू किया, तो उनकी सेहत बेहतर होने लगी।
• देसी घी का एक अनोखा प्रयोग!
एक दिन गाँव में मेला लगा। रिया ने दादी से कहा, दादी, मेले में कुछ खास बनाओ ना! दादी ने हँसते हुए देसी घी में बनी खीर और पूरियाँ बनाईं। मेले में सबने खूब तारीफ की। रिया ने देखा कि घी ने खाने को न सिर्फ़ स्वादिष्ट बनाया, बल्कि सबको तुरंत एनर्जी भी दी। उसने सोचा, घी तो सचमुच अच्छा है!
दादी ने रिया को एक और बात बताई, बेटा, घी को आयुर्वेद में ‘सात्विक’ भोजन माना जाता है। ये शरीर को ठंडक देता है और मन को शांति। लेकिन ध्यान रख, इसे हमेशा सही मात्रा में खाना, ज्यादा खा लिया तो वजन बढ़ सकता है।
• देसी घी को कैसे शामिल करें?
° रिया ने दादी से पूछा, दादी, घी को रोज़ कैसे खाएँ? दादी ने कुछ आसान तरीके बताए!
° सुबह: एक चम्मच घी के साथ बादाम या हल्दी दूध।
° दोपहर: रोटी, दाल या सब्जी में एक चम्मच घी।
° शाम: खीर, हलवा या पराठे में घी का तड़का।
°रात: हल्की मालिश के लिए घी का इस्तेमाल।
दादी ने ये भी कहा, हमेशा शुद्ध देसी घी खरीदो, जो गाय के दूध से बना हो। नकली घी से बचो, वरना फायदा नहीं होगा।
रिया ने ठान लिया कि वो गाँव के हर बच्चे और बड़े को देसी घी के फायदे बताएगी। उसने स्कूल में एक छोटा सा प्रोग्राम किया, जहाँ उसने दादी की बातें सबको बताईं। गाँव वालों ने तालियाँ बजाईं और देसी घी को फिर से अपनी रसोई का सितारा बना लिया।
देसी घी सिर्फ़ एक खाने की चीज़ नहीं, ये हमारी संस्कृति और सेहत का हिस्सा है। ये बच्चों को ताकत देता है, बड़ों को एनर्जी, और बुजुर्गों को आराम। रिया की तरह अगर हम भी इसे अपनी ज़िंदगी में शामिल करें, तो सेहत का ये खजाना हमें हमेशा हँसता-खेलता रखेगा।
तो अगली बार जब आप रोटी खाएँ, उस पर एक चम्मच देसी घी ज़रूर लगाएँ, और देखें कैसे आपका शरीर और मन दोनों कह उठते हैं, वाह! ये तो बहुत फायदेमंद है!
